समय भले ही निकल चुका है पर समां वफ़ा का है कुछ लफ्ज़ उन तक पहुँचने ही चाहिए मेरी मंशा उजागर होनी ही... समय भले ही निकल चुका है पर समां वफ़ा का है कुछ लफ्ज़ उन तक पहुँचने ही चाहिए मेर...
दुखित हृदय का था जो सागर अब मोतियों से हो रहा था उजागर। दुखित हृदय का था जो सागर अब मोतियों से हो रहा था उजागर।
भविष्य की राह है दिखाता, वर्तमान परिस्थिति से बचाता, भविष्य की राह है दिखाता, वर्तमान परिस्थिति से बचाता,
ऐसे गुरु और शिष्य को नमन बारम्बार है ऐसे ही गुरु और शिष्यों से उजागर भारत का नाम है। ऐसे गुरु और शिष्य को नमन बारम्बार है ऐसे ही गुरु और शिष्यों से उजागर भारत का...
खामोश रह के तू, बस मेरा ही सुनता रहा खामोश रह के तू, बस मेरा ही सुनता रहा
मानो जैसे कोई टूटा सपना सच्च हो रहा हो मानो जैसे कोई टूटा सपना सच्च हो रहा हो